राष्ट्रीय शिक्षा दिवस पर मदरहुड विश्वविद्यालय में नाटक प्रतियोगिता का आयोजन
11 नवम्बर 2022 मदरहुड़ विश्वविद्यालय, रुड़की में देश के प्रथम शिक्षा मंत्री मौलाना अब्दुल कलाम आजाद की जयंती – राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के रूप में बड़े उत्साह से मनायी गयी। इस अवसर पर विश्वविद्यालय में नाटकों का मंचन किया गया जिसका थीम ‘‘पाठ्यक्रम बदलना और शिक्षा को बदलना’’ जिसमें विश्वविद्यालय के अध्ययनरत छात्र-छात्राओं ने बढ़-चढ़कर प्रतिभाग किया। कार्यक्रम का शुभारम्भ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 (डॉ0) नरेन्द्र कुमार शर्मा द्वारा मौलाना अब्दुल कलाम आजाद की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर किया गया। तदोपरान्त माननीय कुलपति द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के शिक्षा मंत्री और विभिन्न उच्च शिक्षा संस्थानों व नियामकों के स्थापको में से एक मौलाना अब्दुल कलाम आजाद के शिक्षा में योगदान को याद दिलाते हुए कहा कि केन्द्रीय शिक्षा संस्थान दिल्ली जो कि अब दिल्ली विश्वविद्यालय का शिक्षा विभाग है 1951 में पहलेा भारतीय प्रौद्योगिक संस्थान, आई0आई0टी0 खड़गपुर व 1953 में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग आदि महत्वपूर्ण शैक्षणिक संस्थानों के स्थापना मौलाना अब्दुल कलाम आजाद द्वारा की गयी शिक्षा के क्षेत्र में इतने महत्वपूर्ण योगदान को याद रखते हुए इनकी जयंती 2008 से हर वर्ष 11 नवम्बर को राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के रूप में मनायी जाती है।
इस अवसर पर माननीय कुलपति द्वारा इनके द्वारा कहे गए वक्तव्य को भी याद दिलाया कि ‘‘अपने मिशन में सफल होने के लिए आपके पास अपने लक्ष्य के लिए एकल-दिमाग वाली भक्ति होनी चाहिए।’’ ‘‘ हमें इस बात का अहसास होना चाहिए कि आत्म विश्वास के साथ आत्म सम्मान आता है।’’ इसके उपरान्त नाटक प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार शिक्षा संकाय, द्वितीय पुरस्कार पैरामैडिकल शिक्षा संकाय व तृतीय पुरस्कार विधि संकाय एवं सांन्तवना पुरस्कार नर्सिंग संकाय को सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के निदेशक प्रशासन श्री दीपक शर्मा जी, कुलसचिव (डॉ0) एन0के0 यादव, शैक्षणिक निदेशक प्रो0 (डॉ0) वी0के सिंह व सभी संकायों के अधिष्ठाता, प्राचार्य व सभी शिक्षकगण उपस्थित रहे।