मदरहुड विश्वविधालय में शिक्षिकाओं द्वारा बड़े हर्षों उल्लाहास के साथ हरियाली तीज का त्योहार मनाया गया। जैसा कि हम सभी को ज्ञात है कि हरियाली तीज का उत्सव श्रावण मास में शुक्ल पक्ष की तृतीया को मनाया जाता है।यह उत्सव महिलाओं का उत्सव है। सावन में जब सम्पूर्ण प्रकृति हरी ओढ़नी से आच्छादित होती है उस अवसर पर महिलाओं के मन मयूर नृत्य करने लगते हैं। वृक्ष की शाखाओं में झूले पड़ जाते हैं। पूर्वी उत्तर प्रदेश में इसे कजली तीज के रूप में मनाते हैं। सुहागन स्त्रियों के लिए यह व्रत बहुत महत्व रखता है। आस्था, उमंग, सौंदर्य और प्रेम का यह उत्सव शिव-पार्वती के पुनर्मिलन के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। इच्छित वर और अखंड सौभाग्य के लिए मनाया जाता है। चारों ओर हरियाली होने के कारण इसे हरियाली तीज कहते हैं। इस अवसर पर महिलाएं झूला झूलती हैं, लोकगीत गाती हैं और आनन्द मनाती हैं
मदरहुड विश्वविधालय की शिक्षिकाओं ने आपस में महँदी लगायी, और सभी ने प्रतीकात्मक रूप से झूला – झूला,और आपस में सभी को बधाई और शुभकामनाएँ दी।
इस अवसर विश्वविधालय के माननीय कुलपति प्रो०(डॉ) नरेंद्र शर्मा ने सभी शिक्षिकाओं को बधाई प्रेषित की। निदेशक प्रशासन श्री दीपक शर्मा ने सभी शिक्षिकाओं को इस अवसर पर शुभकामनाएँ दी।