मदरहुड विश्वविधालय में होली के पावन और शुभ अवसर पर सभी छात्रों और शिक्षकों के लिए कवि सम्मेलन – होली के रंग- शहीदों की यादों के संग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसका विधिवत उद्घाटन माननीय कुलपति प्रो०(डॉ०) नरेंद्र शर्मा और निदेशक प्रशासन श्री दीपक शर्मा ने माँ सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन करके किया। इस अवसर पर राष्ट्रीय कवि- श्री किसलय कुमार क्रांतिकारी,मयंक जैन,वंश भारद्वाज,शौर्य भटनागर,रीतिक थपलियाल,डॉ आर पी सारस्वत आदि अन्य राष्ट्रीय कवि उपास्थित रहे। सभी कवियों ने बहुत सुंदर कविता पाठ किया। उनकी ओजस्वी वाणी सुनकर सभी श्रोता मंतुग्ध हो गये। कवियों ने होली और शहीदों पर बहुत सुंदर कविताएँ सुनायी।
अंत में इस अवसर पर निदेशक प्रशासन श्री दीपक शर्मा ने भी बहुत सुंदर और मार्मिक कविता पाठ किया। जिसको सुनकर सभी छात्र और शिक्षकों वाह वाह और ताली बजाने से अपने आप को रोक नहीं पाये।
उसके पश्चात माननीय कुलपति जी ने सभी छात्रों और शिक्षकों को होली की हार्दिक बधाई प्रेषित की और कहा कि होली रंगो का त्योहार है और रंग हमारे जीवन का अहम हिस्सा है। हमे अपने जीवन मैंने ख़ुशियो के रंग भरने चाहिए। उसके बाद छात्रों ने रंगो के साथ होली खेली। और होली के गीतों पर डांस किया।
सभी शिक्षकों के लिए विश्वविधालय ने चाट का आयोजन किया था जिसका सभी ने चटकारे लेकर स्वाद चखा और एक दूसरे को होली की शुभकामनाएँ दी।
अंत में माननीय कुलपति,निदेशक प्रशासन और डीन स्टूडेंट वेलफ़र डॉ अनुज शर्मा,श्री प्रदीप कौशिक,श्री अजीत देशवाल और विश्वविधालय के सभी शिक्षकों ने पुष्पों की होली खेली। और एक दूसरे को मिठाई खिलाकर इस त्योहार को बड़े हर्षोंउल्लाहास के साथ मनाया। कार्यक्रम का संचालन डॉ पी के अग्रवाल ने किया। इस अवसर पर विश्वविधालय के कुलसचिव,सहायक कुलसचिव और समस्त डीन/प्रधानाचार्य,हेड और शिक्षक उपस्थित रहे।