देश में हर वर्ष 23 दिसम्बर को धूमधाम से राष्ट्रीय किसान दिवस मनाया जाता है। यह दिन किसान हितैषी और देश के 5वें प्रधानमंत्री चौधरी चरणसिंह को समर्पित है और उनके जन्मदिवस के उपलक्ष्य पर मनाया जाता है। चौधरी साहब ने अपने कार्यकाल में कृषि क्षेत्र के उत्थान के कई महत्त्वपूर्ण कार्य किए। आज के इस विशेष दिन को मदरहुड़ विश्वविद्यालय के द्वारा भी हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। आज के इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मदरहुड़ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 (डॉ०) नरेन्द्र शर्मा रहे जिन्होंने चौधरी चरण सिंह जी के जीवन महत्त्वपूर्ण कार्र्यों और उनके बचपन की यादों का उल्लेख किया।
उन्होंने चौधरी चरण सिंह जी की फोटो पर माल्यार्पण करते हुए कहा कि चौधरी साहब को अर्थशास्त्र का विशेष ज्ञान था जिसके कारण उन्होंने कई किसान-हितैषी नीतियों का मसौद तैयार किया था। वे भले ही अल्पकाल के लिए ही प्रधानमंत्री रहे लेकिन उनका समस्त जीवन भारतीय किसानों के कल्याण के लिए समर्पित रहा। कुलपति ने कहा कि चौधरी साहब कहा करते थे कि ‘सच्चा भारत अपने गाँवों में बसता है।’’
कुलपति ने कहा कि आज का दिन देश के अन्नदाता किसान वर्ग के प्रति आभार प्रकट करने का दिन भी है। इस दिन को किसान दिवस के तौर पर मनाने का मकसद किसानो के उत्थान, आर्थिक विकास में उनके अहम योगदान, उनकी समस्याओं जैसे मुद्दों पर सबका ध्यान खींचना है। यह दिन लोगों को किसानों से जुड़े विभिन्न मुद्दों के बारे में शिक्षित करने का कार्य करता हैं देश भर के किसानों को प्रोत्साहित किया जाता है। कृषि संकाय की ओर से भी आज के दिन निबन्ध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
इस मौके पर सभी संकायों के अधिष्ठाता प्रधानाचार्य विभागध्यक्ष, मदरहुड़ आयुर्वेद कॉलेज के प्राचार्य डॉ० अभिषेक भूषण ने चौधरी चरण सिंह जी की फोटो के समक्ष माल्यार्पण किया एवं समस्त देशवासियों को किसान दिवस की शुभकामनाएं दी। कार्यक्रम का संचालन डॉ0 विचित्र बालियान कृषि संकाय ने किया।