मदरहुड विश्वविद्यालय, रुड़की में साइबर अपराध जागरूकता हेतु कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर (डॉ०) नरेंद्र शर्मा ने समाज में बढ़ते साइबर अपराध को लेकर बढ़ रही घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा, “भारतीय समाज में अभी साइबर अपराध जुडी जागरूकता का अत्यधिक अभाव है जिसके कारण देश भर में साइबर अपराध की घटनाओं में वृद्धि हो रही है।साइबर सुरक्षा एक साझा जिम्मेदारी है और हम सभी को इसमें अपनी भूमिका निभानी है। जब हम सभी ऑनलाइन सुरक्षित रहने के लिए सफल कदम उठाते हैं तथा घर पर, कार्यस्थल पर और अपने समुदायों में तभी यह इंटरनेट का उपयोग करना सभी के लिए अधिक सुरक्षित अनुभव बनाता है।
इस कार्यशाला में मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित श्री गोविंद कुमार ध्यानी निरीक्षक साइबर अपराध प्रकोष्ठ ने साइबर अपराध से जुड़े विषयों पर बताते हुए कहा की अधिकांश मामले जो उनके समक्ष लाए जाते हैं उनमें पीड़ित व्यक्ति की थोड़ी सी लापरवाही के कारण ही अपराधिक घटनाएं होती हैं जिसके लिए व्यक्ति की उसे विषय के प्रति जानकारी न होना कारण है व्यक्ति थोड़ा सा लालच और उतावलेपन के कारण व्यर्थ ही साइबर ठगी का शिकार हो जाता है यदि कभी भी बैंक या किसी अपराधी घटना के संबंध में कोई फोन कॉल आता है तो व्यक्ति को उसे पर त्वरित प्रतिक्रिया नहीं देनी चाहिए थोड़ा समय सोचने विचारने के बाद ही निर्णय लेना चाहिए और यदि इस प्रकार की कोई भी कॉल आए तो उसकी सूचना साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर अनिवार्य रूप से दी जानी चाहिए। जिससे सभी लोग अपराध की घटनाओं से सुरक्षित रह सके उन्होंने कहा कि साइबर अपराध से निपटने के लिए समाज को जागरूकता के साथ- साथ जिम्मेदार भी होना पड़ेगा साथ ही उन्होंने साइबर अपराध से सुरक्षित रहने हेतु अनेक उपायों पर विस्तार पूर्वक एवं गहन चर्चाएं की।
विशिष्ट अतिथि के रूप में पधारे श्री अंकुर त्यागी ने कहा कि किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक नहीं करना चाहिए यह एक स्कैन हो सकता है, जिसके द्वारा आपको गंभीर हानि उठानी पड़ सकती है इसके अलावा उन्होंने बताया की कोई भी ऐसा ऐप डाउनलोड ना करें जो विश्वसनीय ना हो।
मदरहुड विश्वविद्यालय के कुलसचिव श्री अजय गोपाल शर्मा, ने समस्त अतिथियों एवं प्रतिभागियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि साइबर अपराध से जुड़ी घटनाएं वर्तमान में गंभीर समस्याएं बन गई हैं इन के प्रति जागरूकता हेतु इस प्रकार की कार्यशाला का आयोजन होना अत्यंत आवश्यक है।
इस कार्यशाला में डा० विकास गुप्ता, डा० अनुज शर्मा, डा० हर्षा शर्मा, आदि एवं समस्त संकायों के अधिष्ठाता महोदय व अध्यापक अध्यापिकाएं और विद्यार्थी उपस्थित रहे।